भारतीय टेलीविज़न पर कॉमेडी का ज़िक्र हो और ‘भाबीजी घर पर हैं’ का नाम न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। यह शो अपने अद्वितीय कॉमेडी स्टाइल और शानदार एक्टिंग के लिए नौ सालों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहा है। इस शो में विभूति नारायण मिश्रा का किरदार निभाने वाले आसिफ शेख ने अपनी कॉमेडी टाइमिंग और बेमिसाल अदाकारी से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है। आजकल उनके वेतन को लेकर भी चर्चा जोरों पर है, जिसमें ये कहा जा रहा है कि उन्हें ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के दिलीप जोशी से 50% कम भुगतान किया जाता है। आइए जानते हैं दोनों कलाकारों की फीस और इस अंतर के पीछे की कहानी!
भाबीजी घर पर हैं और आसिफ शेख का सफर
आसिफ शेख टेलीविज़न और फिल्म उद्योग में दशकों से सक्रिय हैं। ‘भाबीजी घर पर हैं’ में उनके द्वारा निभाया गया विभूति नारायण मिश्रा का किरदार एक घरेलू पति का है, जो अपने पड़ोसी की पत्नी पर क्रश रखता है और इस चक्कर में हंसी-मजाक में फंसे रहते हैं। उनकी कॉमेडी टाइमिंग और मजेदार प्रतिक्रियाएं दर्शकों को खूब भाती हैं। उनका किरदार किसी भी भारतीय टेलीविजन शो के सबसे यादगार किरदारों में से एक माना जाता है। आसिफ शेख ने यह साबित किया है कि कॉमेडी के मामले में उनकी पकड़ बेहद मजबूत है।
उनकी कमाई कितनी है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आसिफ शेख को ‘भाबीजी घर पर हैं’ के प्रत्येक एपिसोड के लिए 75,000 से 80,000 रुपये का भुगतान किया जाता है। जबकि यह रकम काफी अच्छी मानी जाती है, लेकिन शो के बड़े दर्शक वर्ग को देखते हुए कुछ लोग इसे कम आंकते हैं। ‘भाबीजी घर पर हैं’ एक ऐसा शो है जिसने भारतीय कॉमेडी में एक नई पहचान बनाई है, और आसिफ शेख इसके एक मुख्य स्तंभ हैं। बावजूद इसके, उनकी कमाई तारक मेहता का उल्टा चश्मा के दिलीप जोशी से कम है।
दिलीप जोशी का वेतन: ‘जेठालाल’ का जादू
दूसरी ओर, ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के जेठालाल यानी दिलीप जोशी की फीस आसिफ शेख से काफी अधिक है। दिलीप जोशी को हर एपिसोड के लिए 1.5 लाख रुपये का भुगतान किया जाता है, जो आसिफ शेख के वेतन से लगभग 50% अधिक है। इसका मुख्य कारण ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ का फैमिली शो होना है, जो हर उम्र के दर्शकों को आकर्षित करता है। इस शो की व्यूअरशिप बहुत बड़ी है और इसे हर उम्र के लोग एकसाथ बैठकर देख सकते हैं। इसकी पारिवारिक अपील के कारण इसे दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रियता हासिल है।
शो के प्रकार में अंतर
‘भाबीजी घर पर हैं’ और ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के बीच फर्क का मुख्य कारण शो के कंटेंट में अंतर है। ‘भाबीजी घर पर हैं’ का कंटेंट अधिकतर वयस्क दर्शकों के लिए होता है और इसमें हल्के-फुल्के डबल मीनिंग जोक्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो कुछ दर्शकों को सीमित कर सकता है। दूसरी ओर, ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ पूरी तरह पारिवारिक शो है और इसे भारतीय समाज की रोजमर्रा की समस्याओं को हल्के-फुल्के अंदाज में पेश करने के लिए पसंद किया जाता है।
फैंस की प्रतिक्रिया
आसिफ शेख और दिलीप जोशी दोनों ही भारतीय टेलीविजन के सबसे चहेते कलाकारों में से हैं। जहां आसिफ शेख ने कॉमेडी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है, वहीं दिलीप जोशी ने ‘जेठालाल’ के किरदार को भारतीय टेलीविजन का एक प्रतिष्ठित चेहरा बना दिया है। दर्शकों का मानना है कि दोनों ही कलाकार अपने-अपने किरदारों में जान डाल देते हैं और किसी भी शो की सफलता में कलाकारों का योगदान अनमोल होता है।